दिल तो मेरा कहता है कि सारा दिन में वेद उच्चारण करो पर भगवान का नियम है कि वृद्धावस्था आती ही है। इस मंत्र को देखो: विद्वान् को तो भगवान नहीं छोड़ा ही नहीं है। इंसान ने तो विद्वानों को छोड़ दिया है। वे हंसी-मजाक, पाप आदि में लगे रहते हैं...
Upendra: प्रणाम स्वामी जी, गुरु जी यदि कोई गलती से हमे जल सिंचन किया हुआ जल हमे आचमन के लिए दे और हम गलती से उस जल से आचमन कर लें। तो गलती से ऐसा करने से क्या हमारा यज्ञ का पुण्य खत्म हो जाएगा। मेरी छोटी sister ने मुझे गलती से जल सिंचन किया हुआ जल आचमन करने को दे दिया...
यज्ञ का पूरे विश्व को लाभ है। जिन्होंने यज्ञ रखा है उनको और भी ज्यादा लाभ है। अथर्ववेद में यह ज्ञान दिया गया है कि जो यज्ञ की दक्षिणा नहीं देता उसका यज्ञ कराने का और आहुतियों का पुण्य खत्म हो जाता है। मेरा कोई ऐसा बेटा-बेटी नहीं है जो दक्षिणा नहीं देता है। इसलिए...
यह बड़ा सुंदर ज्ञान है। जो विद्वान होते हैं, सब का पालन करते हैं और सारे संसार में पूजनीय होकर सत्कर्म करते हैं। आप लोग विचार करें और मैं भी विचार करता हूं कि तीसरे मंडल में भी ज्यादातर विद्वान के ही गुण चल रहे हैं। अगर विद्वान नहीं होंगे तो...
ऋषियों की उत्तम अवस्था के दर्शन से कई जन्मों के पाप मिट जाते हैं। ओ३म् उतो पितृभ्यां प्रविदानु घोषं महो महद्भ्यामनयन्त शूषम्। उक्षा ह यत्र परि धानमक्तोरनु स्वं धाम जरितुर्ववक्ष॥ (ऋग्वेद मंत्र ३/७/६) हे मनुष्य! जैसे यह ब्रह्मचारी लोग अपने आचार्य की सेवा...