Anupam: गुरुजी सादर प्रणाम।गुरुजी आजकल आपके द्वारा भावार्थ की गई गीता पढ़ रही हूँ गुरुजी बहुत ही अच्छा अनुभव है इसे शब्दो मे व्यक्त नही कर पा रही।गुरुजी आपकी प्रेणना ने मैंने सुबह ब्रह्म मुहूर्त मे नाम जप व हवन करना प्रारंभ कर दिया है।गुरुजी योग दर्शन पर पीएचडी भी की ओर उससे अधिक आपको सुनकर समझा पर उसे व्यवहार मे कैसे लाया जाय उलझन है।क्या पहले यम आदि एक एक चरण का अभ्यास किया जाए व पूरी तरह से इन्हें व्यवहार का अंग कैसे बनाया जाए।गुरुजी पूर्ण आहुति हेतु शब्द क्या है सर्ववई पूरण गवांग स्वाहा या सर्व वै पूरंग स्वाहा।मैंने जगदीश्वरानंद सरस्वती द्वारा भावार्थ की रामायण आर्डर कर दी है।वेदो के बारे मे पता किया था उसमें किसके द्वारा भावार्थ किया लेना है।वो तो आपके आदेश के बाद ही लूंगी।
Swami Ram Swarup: Blessings beti. Beti yeh Brahma muhurta main yeh aapney bahut shubh karma prarambh kiye hain. Issey Ishwar prasann hota hai, punnya deta hai, ashirwad deta hai, Jeevan safal hota hai. Pehle Yam, Niyam par dhyan do. Yeh ucharann yaheen aakar seekhna hoga. Kyunki yeh hindi lekhnee mein nahin aata. Aapko beti, Ashirwad.
VJ: Maharaj ji pranam maharaj ji apne agya di thi c.m saab ko application dene ki wo maine agle hi din 4 tarikh ko bhej diya tha baki apki kripa hai maharaj ji pranam.
Swami Ram Swarup: My blessings to you. Ishwar sab theek karega, ashirwad.
Akash: Sir mera ek friend h usko ek bimari h jiska naam h myopathy. usne boht doctors ko dikhaya pr ab wo himmat haar chuka h wo chal nahi skta ab kya uski bimari ka koi ilaz ho skta h?
Swami Ram Swarup; Aap apne dost ko All India Medical Institute, New Delhi (AIIMS) mein dikhayein. Shayad Ishwar kripa ho jaye. Pichcley sab medical papers lekar jayein.
Anupam: गुरुजी सादर प्रणाम।गुरुजी कल किसी ने मुझे नवधा भक्ति के बारे में बताया कि भक्ति के तो 9 प्रकार है क्या यह वेदो मे उल्लखित ज्ञान है या पौराणिक।गुरुजी विश्वामित्र की तपस्या भंग करने वाली मेनका कौन थी कहते है वह स्वर्ग लोक की अप्सरा थी।गुरुजी संसार एक है या अनेक व इसका वर्णन कहाँ मिलता है।गुरुजी कल मैं एक इस समय के प्रख्यात संत के विचार पढ़ रही थी जिसमे उनका कहना था कि ग्रहण हमारे मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है इसलिए उस समय खाना नही खाया जाता और उस समय सत्संग करते रहना चाहिए?
Swami Ram Swarup: Blessings beti. Navdha bhakti vedon se tally nahin hotee. Vedon mein swarg aur narak prithvi par hee hai aur kahin nahin hai. Shesh prashann ke uttar yaheen aakar lena, beti. Ashirwad.