Anonymous: पूज्य गुरुदेव, सपरिवार दंडवत वंदना
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गुरुजी आपकी पुस्तक ब्रह्मचर्य दुःख निवारक दिव्य मणि के पृष्ठ संख्या 66 पर लिखा है की प्रातः सांय दोनो समय अग्निहोत्र/यज्ञ करे
और
सायंकाल का भोजन सूर्यास्त से पहले करे
अब मेरा प्रश्न यह है की माना की शाम को 6 बजे सूर्यास्त होता हो तो 6 बजे से पूर्व ही योगाभ्यास, अग्निहोत्र और भोजन ये सब कर लेना चाहिए ?
Swami Ram Swarup: बेटा भोजन तो सूर्य अस्त से पहले ही करना चाहिए, योगाभ्यास, सिमरन आदि सूर्य अस्त के बाद भी किया जाता है। सब परिवार को आशीर्वाद