Anonymous: अहम् सूर्य इवाजनि। इसका अर्थ समझा दीजिए। धन्यवाद।
Swami Ram Swarup: (अहम् सूर्यः इव अजनि) मैं सूर्य के समान प्रकाशमान् प्रसिद्ध हुआ हूं क्योंकि (अहम् इत् हि) मैंने ही (पितुः) परमेश्वर से (ऋतस्य) सत्य वेद की (मेधाम्) बुद्धि (परि जग्रह) धारण की है।
Samved mantra 152. My blessings to you.
PT: Namaste guruji. Can you tell me the specific mantra in the Samveda where it says that when aspirant does havan, his 810 sins are burnt?
Swami Ram Swarup: In this connection, please see Samveda mantra 495. My blessings to you.