Yash: गुरु पितामह जी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम। श्री महाराज जी अपने प्रवचन में बताया है कि योगी वेद के मंत्रों को समाधि अवस्था में देख लेता है लेकिन महाराज जी आपकी पुस्तक के पीछे ऐसा क्यों लिखा है कि आपको सत्य का अभ्यास हुआ फिर आपने वेदों का अध्ययन किया? भूल चूक क्षमा महाराज जी।
Swami Ram Swarup: बेटा ऐसा प्रश्न किसी ने भी मुझसे नहीं किया है। बिना प्रश्न किये ही मैं इस रहस्य को सब शिष्यों को बताया हुआ है। रहस्य केवल इतना ही है कि आजकल झूठ का बोलबाला है। मुझे जब enlightenment हुआ तब मैंने चारों वेदों की सहितायें मंगाई और उनका अध्ययन शुरू किया और शिष्यों को समझाया कि इस युग में वेद विद्या को कोई नहीं जानता और ना ही समाधिष्ट पुरुष के बारे में कोई जानता है। आजकल अधिकतर झूठ का ही बोलबाला है। For Example, यदि मैं कहूंगा कि मैं वेदों का अध्ययन नहीं किया है या वेद ज्ञान मेरे अंदर प्रकट हुआ है तो इसे प्राय: कोई नहीं मानेगा लेकिन जब मैं वेदों की study सबके सामने करूंगा तब प्रत्येक व्यक्ति ये मानने को मजबूर हो जाएगा कि स्वामी जी ने वेदों का अध्ययन किया है इत्यादि और प्रश्न करने में आप कभी भी ना हिचकिचाएं। जब कोई भी कोई प्रश्न मन में उठता है फौरन वह प्रश्न मुझे करें। आशीर्वाद।
R: Namaste Guruji, my name is R from Bangalore. I have been watching videos from know your Vedas you tube channel and seriously interested in learning Vedas and yagna and implementing it in my life. I need some guidance on how to learn the Vedas. I have a lot of questions to be clarified with you. kindly help and support me to learn Vedas.
Also have a some query on baby mundan and actual procedure to follow the mundan. I saw a video in know your Vedas that the mundan has to be performed in front of a Brahm Rishi. How do I find a Brahm Rishi. Can you please guide and support me?
Namaste guruji.
Swami Ram Swarup: R beta, my blessings to you. The eternal tradition preaches all human beings that to know the Vedic knowledge one should reach the residence of a learned acharya of Vedas. So, I advise you that if you can once come to me to clear your all doubts etc., if you are not able to come here then again write me a question, I will answer you.